ख़ुशी और जीत
खलिहानों में अंतड़ियाँ
भूखी हैं , पर वीरान नहीं ,
रोटियों की कीमतें चढ़ गयीं हैं
पर भूख में इतनी जान नहीं -
सुनते हैं,जो भी एवेरेस्ट पर चढ़ा ,
अकेलेपन से मर गया
भूखी हैं , पर वीरान नहीं ,
रोटियों की कीमतें चढ़ गयीं हैं
पर भूख में इतनी जान नहीं -
सुनते हैं,जो भी एवेरेस्ट पर चढ़ा ,
अकेलेपन से मर गया
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