उस दिन
और उस दिन
हम दोनों के दिल
नदी में बहती हुई
दो बड़ी बड़ी बूँदें थीं
इतनी पारदर्शी
कि
कुछ भी न दिखाई पड़ता था
उनके भीतर
और उस दिन
हम दोनों के दिल
नदी में बहती हुई
दो बड़ी बड़ी बूँदें थीं
इतनी पारदर्शी
कि
कुछ भी न दिखाई पड़ता था
उनके भीतर
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